शस्त्र एवं शास्त्र और सनातन धर्म: एक व्यावहारिक दृष्टिकोण

शस्त्र एवं शास्त्र और सनातन धर्म: एक व्यावहारिक दृष्टिकोण

सनातन धर्म, जो शाश्वत सत्य और प्रकृति के नियमों पर आधारित है, केवल धर्मग्रंथों तक सीमित नहीं है। यह एक पूर्ण जीवन दर्शन है, जो व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के साथ-साथ आत्मा और ब्रह्मांड के गहरे संबंधों को समझने का मार्ग प्रदान करता है। सनातन धर्म में शस्त्र (शक्ति का प्रतीक) और शास्त्र (ज्ञान का … Read more

वाणी के 8 आभूषण: शब्दों की सुंदरता और उनके प्रभाव

वाणी के 8 आभूषण शब्दों की सुंदरता और उनके प्रभाव

वाणी, मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण शक्तियों में से एक है। यह केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारे विचार, भावनाएँ, और व्यक्तित्व का प्रतिबिंब है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में वाणी को सजाने के लिए 8 आभूषणों का वर्णन किया गया है, जो शब्दों को न केवल प्रभावी बनाते हैं, बल्कि समाज और संबंधों में भी … Read more

अहिंसा और सनातन धर्म: एक व्यवहारिक दृष्टिकोण

अहिंसा और सनातन धर्म: एक व्यवहारिक दृष्टिकोण

अहिंसा, भारतीय संस्कृति और दर्शन का एक प्रमुख सिद्धांत है, जो केवल शारीरिक हिंसा से बचने तक सीमित नहीं है। यह मन, वचन और कर्म के हर स्तर पर करुणा और शांति की भावना को बनाए रखने का मार्ग दिखाता है। सनातन धर्म के ग्रंथों, जैसे वेद, उपनिषद, महाभारत, भगवद गीता, और योगसूत्र, में अहिंसा … Read more

ग्रेगोरियन कैलेंडर vs सृष्टि संवत कैलेंडर एक गहन विश्लेषण

ग्रेगोरियन कैलेंडर vs सृष्टि संवत कैलेंडर एक गहन विश्लेषण

सृष्टि संवत, जिसे वैदिक कालगणना का आधार माना जाता है, भारतीय परंपरा में समय और प्रकृति के बीच सामंजस्य का एक अनूठा दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। यह ब्रह्मांड की रचना और इसके चक्र के माध्यम से जीवन, समय, और प्रकृति के बीच गहरे संबंध को दर्शाता है। सृष्टि संवत का संबंध केवल एक कालगणना प्रणाली … Read more

डिजिटल युग में आध्यात्मिकता का महत्व: कैसे जुड़े धर्म से?

डिजिटल युग में आध्यात्मिकता का महत्व कैसे जुड़े धर्म से

डिजिटल युग, जहाँ तकनीक ने हमारे जीवन को पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक और तेज़ बना दिया है, वहीं यह कई मानसिक और भावनात्मक चुनौतियाँ भी लेकर आया है। स्मार्टफोन, सोशल मीडिया, और 24/7 कनेक्टिविटी के चलते हम हर समय जानकारी के सागर में डूबे रहते हैं। लेकिन इस डिजिटल व्यस्तता के बीच, आत्मिक शांति … Read more

साइंस और विज्ञान में अंतर: एक व्यापक दृष्टिकोण

आधुनिक युग में, साइंस और विज्ञान दो ऐसे शब्द हैं जिन्हें प्रायः एक ही अर्थ में देखा जाता है। लेकिन वास्तव में, दोनों का दायरा, उद्देश्य और दृष्टिकोण बिल्कुल अलग हैं। साइंस मुख्य रूप से जड़ तत्वों, यानी भौतिक Physical Elements के अध्ययन तक सीमित है, जबकि विज्ञान भौतिक और चेतन/Conscious (आत्मा परमात्मा), दोनों तत्वों … Read more

सनातन धर्म के 10 प्रेरणादायक आदर्श, जो हर युवा को अपनाने चाहिए

सनातन धर्म के 10 प्रेरणादायक आदर्श, जो हर युवा को अपनाने चाहिए

सनातन धर्म केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन जीने का ऐसा मार्ग है जो हर परिस्थिति में सही दिशा दिखाता है। यह धर्म न केवल आध्यात्मिकता का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि भौतिक और मानसिक उन्नति के लिए भी प्रेरित करता है। आज की युवा पीढ़ी, जो तेज़ी से बदलते समाज और कठिनाइयों का … Read more

वेदों में नदियों का प्रतीकात्मक अर्थ: गंगा, यमुना और सरस्वती का योगिक रहस्य

वेदों में नदियों का प्रतीकात्मक अर्थ गंगा, यमुना और सरस्वती का योगिक रहस्य

वेदों में गंगा, यमुना, सरस्वती का उल्लेख बार-बार आता है, लेकिन इसे एक भौगोलिक नदी तक सीमित कर देना वेदों की व्यापकता और उनके यौगिक अर्थों को सीमित करने जैसा है। यदि हम गंगा, यमुना, सरस्वती शब्द के वैदिक संदर्भ और व्याख्याओं को सही दृष्टिकोण से समझें, तो यह स्पष्ट होता है कि इसका आध्यात्मिक … Read more

अध्यात्म और भौतिकता: संतुलित जीवन कैसे जिएँ?

अध्यात्म और भौतिकता: संतुलित जीवन कैसे जिएँ?

आधुनिक जीवन में अध्यात्म और भौतिकता को संतुलित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जहाँ भौतिकता जीवन के दैनिक आवश्यकताओं और सुख-सुविधाओं को दर्शाती है, वहीं अध्यात्म आत्मा की शांति और जीवन के गहरे अर्थ को समझने का मार्ग है। दोनों के बीच संतुलन बनाना जीवन को संतोषजनक और उद्देश्यपूर्ण बनाता है इस ब्लॉग में, हम … Read more

आधुनिक विज्ञान और धर्म के बीच समन्वय: क्या यह संभव है?

आधुनिक विज्ञान और धर्म—दो ऐसे शब्द जो सदियों से मानवता के दो महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। आधुनिक विज्ञान भौतिकी के नियमों के अनुसार सत्य की खोज करता है, जबकि धर्म जीवन के उद्देश्य और मूल्यों को समझाने का प्रयास करता है। लेकिन क्या इन दोनों के बीच तालमेल संभव है, या ये हमेशा एक-दूसरे के … Read more

Enable Notifications OK No thanks