मजहब, रिलिजन और धर्म में अंतर – एक गहन विश्लेषण

मजहब, रिलिजन और धर्म में अंतर - एक गहन विश्लेषण

आजकल संप्रदायों और विभिन्न मतमतांतरों ने धर्म शब्द का व्यापक रूप से दुरुपयोग किया है, जिसके परिणामस्वरूप धर्म के नाम पर अनेक झगड़े हो रहे हैं। यह प्रश्न उठता है कि धर्म वास्तव में है क्या? कई लोग धर्म को ‘रिलीजन’ या ‘मजहब’ के रूप में देखते हैं, लेकिन ये शब्द धर्म के वास्तविक अर्थ … Read more

सनातनियों की संघर्षहीनता—एक आत्ममंथन

sanaataniyon kee sangharshaheenata—ek aatmamanthan

सनातन धर्म विश्व का सबसे प्राचीन और वैज्ञानिक धर्म है। जिसने न केवल भारत को बल्कि सम्पूर्ण विश्व को धर्म, नीति, आत्मज्ञान और सहिष्णुता का मार्ग दिखाया। किन्तु आज जब धर्म संकट में है, जब हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहे हैं—शारीरिक, मानसिक और वैचारिक—तो आश्चर्यजनक रूप से सनातनी जनसमूह मौन है, असहाय है, और … Read more

हम गुरुकुल चाहते हैं, मंदिर नहीं

हम गुरुकुल चाहते हैं, मंदिर नहीं

आज का युग वह समय है जब सनातन धर्म पर आंतरिक और बाहरी दोनों प्रकार के संकट मंडरा रहे हैं। भारत जहां कभी धर्म, संस्कृति और साधना का गढ़ था, आज धर्म के वास्तविक स्वरूप को विस्मृत किया जा रहा है। इस संकट से उबरने का एकमात्र मार्ग है – मंदिरों की जगह गुरुकुलों की … Read more

शास्त्र प्रमाण क्या होते हैं और क्यों ज़रूरी हैं धर्म में?

शास्त्र प्रमाण क्या होते हैं और क्यों ज़रूरी हैं धर्म में?

वर्तमान युग में जब धर्म पर तरह-तरह के प्रश्न उठते हैं, तो एक गंभीर और बुनियादी प्रश्न यह भी होता है — “शास्त्र प्रमाण का क्या अर्थ है?” और “क्यों धर्म में केवल तर्क या भावना नहीं, बल्कि शास्त्र प्रमाण आवश्यक है?” सनातन धर्म केवल आस्था या परंपरा पर आधारित नहीं है, बल्कि यह शास्त्रों … Read more

मासिक धर्म (Menstruation) का वैज्ञानिक रहस्य: ऊर्जा, तरंगें और स्त्री शक्ति

मासिक धर्म (Menstruation) का वैज्ञानिक रहस्य ऊर्जा, तरंगें और स्त्री शक्ति

महिलाओं का मासिक धर्म या रजस्वला केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह ऊर्जा, तरंगों और सृजनात्मक शक्ति का गहन मिश्रण है। यह प्रक्रिया न केवल स्त्री के शारीरिक चक्र का हिस्सा है, बल्कि इसके द्वारा सृजनात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी नियंत्रित होता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस प्रक्रिया को वैज्ञानिक तथ्यों, वैदिक … Read more

होली का वास्तविक स्वरूप: वैदिक परंपरा और यज्ञ का प्रतीक

होली का वास्तविक स्वरूप

होली केवल रंगों और उमंग का पर्व नहीं है, बल्कि यह भारत की प्राचीनतम वैदिक परंपराओं में से एक महत्वपूर्ण यज्ञ पर्व भी है। आजकल कुछ लोग, यह तर्क देते हैं कि होली का त्यौहार नारी उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है और यह एक मनुवादी सोच का प्रतीक है। वे कहते हैं कि होलिका दहन … Read more

सनातन धर्म में सबसे प्रभावी साधना कौन सी है?

सनातन धर्म में सबसे प्रभावी साधना कौन सी है?

सनातन धर्म अत्यंत व्यापक और गूढ़ दर्शन से युक्त है, जिसमें साधना के अनेक मार्ग उपलब्ध हैं। हर व्यक्ति अपनी प्रवृत्ति, संस्कार, और जीवन-परिस्थितियों के अनुसार साधना का चयन करता है। मुख्य रूप से ध्यान (Meditation), जप (Mantra Chanting), भक्ति (Devotion), और स्वाध्याय (Scripture Study) प्रमुख साधनाएँ मानी जाती हैं। इनमें से कौन-सी सबसे प्रभावी … Read more

निष्काम कर्म योग और संन्यास योग: गीता के अनुसार कौन अधिक श्रेष्ठ?

निष्काम कर्म योग और संन्यास योग: गीता के अनुसार कौन अधिक श्रेष्ठ?

भगवद गीता सनातन धर्म के महानतम ग्रंथों में से एक है, जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन, कर्म और धर्म का गूढ़ ज्ञान प्रदान किया है। गीता में विभिन्न प्रकार के योगों की चर्चा की गई है, जिनमें निष्काम कर्म योग (स्वार्थ रहित कर्म) और संन्यास योग (संसार का त्याग) प्रमुख हैं। यह प्रश्न उत्पन्न … Read more

अष्टांग योग Vs आधुनिक Yoga: एक तुलनात्मक विश्लेषण

अष्टांग योग Vs आधुनिक Yoga एक तुलनात्मक विश्लेषण

योग, एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए अद्वितीय प्रणाली प्रदान करती है। योग का मूल उद्देश्य आत्म-साक्षात्कार और मन की चंचलता को समाप्त करना है। हालाँकि, वर्तमान समय में योग का स्वरूप बदल चुका है और इसे मुख्यतः शारीरिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और मानसिक शांति प्राप्त करने का … Read more

“नासदीय सूक्त: वेदों के अनुसार सृष्टि की उत्पत्ति का रहस्य”

सृष्टि की उत्पत्ति का रहस्य प्राचीन काल से ही मानव जिज्ञासा का विषय रहा है। आधुनिक विज्ञान इसे बिग बैंग थ्योरी से समझाने का प्रयास करता है, जबकि विभिन्न संप्रदाय और दार्शनिक परंपराएँ अपनी-अपनी मान्यताओं के आधार पर इसकी व्याख्या करती हैं। लेकिन क्या वास्तव में कोई जान सकता है कि सृष्टि की रचना कैसे … Read more

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