वाणी, मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण शक्तियों में से एक है। यह केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारे विचार, भावनाएँ, और व्यक्तित्व का प्रतिबिंब है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में वाणी
वाणी, मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण शक्तियों में से एक है। यह केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारे विचार, भावनाएँ, और व्यक्तित्व का प्रतिबिंब है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में वाणी
अहिंसा, भारतीय संस्कृति और दर्शन का एक प्रमुख सिद्धांत है, जो केवल शारीरिक हिंसा से बचने तक सीमित नहीं है। यह मन, वचन और कर्म के हर स्तर पर करुणा
सृष्टि संवत, जिसे वैदिक कालगणना का आधार माना जाता है, भारतीय परंपरा में समय और प्रकृति के बीच सामंजस्य का एक अनूठा दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। यह ब्रह्मांड की रचना
डिजिटल युग, जहाँ तकनीक ने हमारे जीवन को पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक और तेज़ बना दिया है, वहीं यह कई मानसिक और भावनात्मक चुनौतियाँ भी लेकर आया है। स्मार्टफोन,
आधुनिक युग में, साइंस और विज्ञान दो ऐसे शब्द हैं जिन्हें प्रायः एक ही अर्थ में देखा जाता है। लेकिन वास्तव में, दोनों का दायरा, उद्देश्य और दृष्टिकोण बिल्कुल अलग
सनातन धर्म केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन जीने का ऐसा मार्ग है जो हर परिस्थिति में सही दिशा दिखाता है। यह धर्म न केवल आध्यात्मिकता का मार्ग प्रशस्त
वेदों में गंगा, यमुना, सरस्वती का उल्लेख बार-बार आता है, लेकिन इसे एक भौगोलिक नदी तक सीमित कर देना वेदों की व्यापकता और उनके यौगिक अर्थों को सीमित करने जैसा
आधुनिक जीवन में अध्यात्म और भौतिकता को संतुलित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जहाँ भौतिकता जीवन के दैनिक आवश्यकताओं और सुख-सुविधाओं को दर्शाती है, वहीं अध्यात्म आत्मा की शांति और
आधुनिक विज्ञान और धर्म—दो ऐसे शब्द जो सदियों से मानवता के दो महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। आधुनिक विज्ञान भौतिकी के नियमों के अनुसार सत्य की खोज करता है, जबकि धर्म
प्राचीन भारतीय परंपराओं में खगोल विज्ञान (एस्ट्रोनॉमी) का विशेष महत्व है। यह ग्रहों, नक्षत्रों, और समय की स्थिति को समझने और उनका मानव जीवन पर प्रभाव देखने का वैज्ञानिक अध्ययन
Manoj kumar jangir: बहुत सुन्दर
Durga Charan Gagrai: इस संसार में पुरुषार्थ मनुष्य जीवन है
Amar Nath Sharma: Very nice
Kalpesh M Bhatia: I’m so happy to see that you are giving best knowledge of Shastra and Veda in true form