वेदिक शास्त्रों में वर्ण और जाति: भ्रांतियाँ और समाधान

वैदिक शास्त्रों से जातिवाद का समाधान

वर्तमान भारतीय समाज की सबसे बड़ी कमजोरी जातिवाद है। यह विडंबना ही है कि जिसने संसार को वेद, उपनिषद, शास्त्र और ज्ञान दिए उसी समाज ने वर्ण व्यवस्था को जाति व्यवस्था में बदलकर अपने पैरों पर स्वयं ही कुल्हाड़ी चला दी। ब्राह्मण तथा शूद्र शब्द को लेकर समाज में अनेक भ्रांतियाँ हैं। इनका समाधान करना … Read more

ब्राह्मण जन्म से नहीं, कर्म से बनता है – शास्त्रों से जानिए सच

ब्राह्मण जन्म से नहीं, कर्म से बनता है

आज के समाज में जातिवाद एक ऐसी सामाजिक कुरीति बन चुका है, जिसने एकता और वैदिक मूल्यों को गहरा आघात पहुँचाया है। विशेषतः “ब्राह्मण” शब्द को लेकर फैली भ्रांतियाँ समाज को विभाजित करने का कारण बनी हैं। जबकि वैदिक संस्कृति में ब्राह्मण कोई जन्मना उपाधि नहीं बल्कि गुण, कर्म और स्वभाव से प्राप्त की जाने … Read more

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