चार पुरुषार्थ: धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – जीवन का पूर्ण मार्गदर्शन

चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष

धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – सनातन जीवन दर्शन का आधार सनातन धर्म में जीवन को केवल एक सांसारिक यात्रा नहीं, बल्कि एक उद्देश्यपूर्ण और दिव्य प्रक्रिया माना गया है। इस यात्रा के चार प्रमुख स्तंभों को ‘पुरुषार्थ’ कहा गया है — धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। ये चारों मिलकर मनुष्य जीवन को संतुलित, पूर्ण … Read more

काम, क्रोध, मोह, लोभ, मत्सर – नरक के पांच द्वार: सनातन दृष्टिकोण से एक गहन विश्लेषण

काम क्रोध मोह लोभ मत्सर नरक के पांच द्वार

मानव जीवन में भावनाएँ और वासनाएँ स्वाभाविक हैं, किंतु जब ये अनियंत्रित हो जाती हैं, तो व्यक्ति आध्यात्मिक दृष्टि से पतन की ओर अग्रसर हो जाता है। सनातन वैदिक धर्मग्रंथों में नरक के पाँच प्रमुख द्वार—काम, क्रोध, मोह, लोभ, मत्सर—का विशेष उल्लेख मिलता है। इन्हें “पंच महापाप” भी कहा गया है, जो आत्मा की उन्नति … Read more