वेद मानवता के प्राचीनतम ग्रंथ हैं, जिनमें न केवल आध्यात्मिक ज्ञान है, अपितु एक संतुलित समाज निर्माण की संपूर्ण रूपरेखा भी है। वेदों में वर्णित समाज व्यवस्था मात्र एक वर्गीकरण
वेद मानवता के प्राचीनतम ग्रंथ हैं, जिनमें न केवल आध्यात्मिक ज्ञान है, अपितु एक संतुलित समाज निर्माण की संपूर्ण रूपरेखा भी है। वेदों में वर्णित समाज व्यवस्था मात्र एक वर्गीकरण
भारतीय ऋषियों ने जीवन को स्वस्थ और संतुलित बनाए रखने के लिए दिनचर्या (Daily Routine) और रात्रिचर्या (Night Routine) दोनों पर विशेष जोर दिया। जैसे दिन की अच्छी शुरुआत ऊर्जा
सनातन धर्म, जो शाश्वत सत्य और प्रकृति के नियमों पर आधारित है, केवल धर्मग्रंथों तक सीमित नहीं है। यह एक पूर्ण जीवन दर्शन है, जो व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के
मानव जीवन में भावनाएँ और वासनाएँ स्वाभाविक हैं, किंतु जब ये अनियंत्रित हो जाती हैं, तो व्यक्ति आध्यात्मिक दृष्टि से पतन की ओर अग्रसर हो जाता है। सनातन वैदिक धर्मग्रंथों
मनुस्मृति प्राचीन भारतीय धर्मशास्त्रों में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित ग्रंथ है, जिसे “धर्मशास्त्रों का आधार” माना जाता है। हालांकि इसे महर्षि मनु के नाम से जाना जाता है, परंतु
आयुर्वेद में मर्म बिंदु: स्वास्थ्य और जीवन ऊर्जा के संवेदनशील केंद्र आयुर्वेद, भारतीय चिकित्सा प्रणाली की एक प्राचीन और समग्र प्रणाली है, जिसमें शरीर, मन, और आत्मा के स्वास्थ्य को
वेदों में गंगा, यमुना, सरस्वती का उल्लेख बार-बार आता है, लेकिन इसे एक भौगोलिक नदी तक सीमित कर देना वेदों की व्यापकता और उनके यौगिक अर्थों को सीमित करने जैसा
भगवद गीता सनातन धर्म के महानतम ग्रंथों में से एक है, जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन, कर्म और धर्म का गूढ़ ज्ञान प्रदान किया है। गीता में विभिन्न प्रकार
वर्तमान युग में जब धर्म पर तरह-तरह के प्रश्न उठते हैं, तो एक गंभीर और बुनियादी प्रश्न यह भी होता है — “शास्त्र प्रमाण का क्या अर्थ है?” और “क्यों
जन्म और मृत्यु, ये दोनों ही जीवन के ऐसे सत्य हैं जो प्रत्येक प्राणी के जीवन चक्र का हिस्सा हैं। वैदिक दृष्टिकोण के अनुसार, जन्म और मृत्यु केवल एक भौतिक
Kalpesh Bhatia: I appreciate your great efforts and how deeply you've engaged with Vaidik knowledge; it makes me very happy to see.
तरूण कुमार: बहुत ही सुन्दर ढंग से व्यक्त किया हुआ भावार्थ
बिन्दु बसुमतारीbinanda: ॐ बहुत सुंदर वाणी है पढ़कर मनको शान्ति मिली है
Kalpesh Bhatia: Thanks for sharing very vital information about the body and health, if your health is ok then and then you can think and act better