हम गुरुकुल चाहते हैं, मंदिर नहीं

हम गुरुकुल चाहते हैं, मंदिर नहीं

आज का युग वह समय है जब सनातन धर्म पर आंतरिक और बाहरी दोनों प्रकार के संकट मंडरा रहे हैं। भारत जहां कभी धर्म, संस्कृति और साधना का गढ़ था, आज धर्म के वास्तविक स्वरूप को विस्मृत किया जा रहा है। इस संकट से उबरने का एकमात्र मार्ग है – मंदिरों की जगह गुरुकुलों की … Read more

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